तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥ किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥ हाथो में त्रिशूल लिए है गले में है सर्पो की माला किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥ अंग https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa
A Secret Weapon For Shiv chalisa lyricsl
Internet 2 hours 1 minute ago vona467mfw0Web Directory Categories
Web Directory Search
New Site Listings